खिलती रोशनी सामने रंगे बिरगें मैदान भयानक सा लगने वाला पतला सा पहलवान ,एक जो जगंल राजा था , वहँा एक
डायन थी, तभी आवाज़ गुंजी मेरी बीबी से बचाओ , सब चोकं गये कुछ भाग गये आबाज शमशान से आ रही थी , नयी नयी
पुलिस चोकी बनी थी थानेदार कुछ पुलिस वालों को ले कर गया , सामने एक भयानक चेहरे वाला कोई शैतान था , थानेदार बोला रे तु क्या कर रहा है चोरी चोरी वह बोला मैं जगंल का बादशाह हुँ, थानेदार बोला लग तो कमीना रहा है, उस ने,कहानी सब एक से ही तो हैं थानेदार ने पुलिस वालाें से कहा तलाशी लो ओऱ करो अन्दर,पुलिस वाले आगे बढ़े उस का पकड़ा उस के हाथ में
खुनी पंजा था वह शराब के नशे में था ,और कह रहा था मैं ही इन्सान हुँ मैं ही कयामत़ हुँ सब को गीदड़ों की तरह डराता हुँ, सामने एक महिला की लाश थी , पुलिस वालों ने मुआएना़ किया बोले यह तो पर अत्याचार कर के अपने तो बेगुनाहा बता रहा है।
आईयेइस के तहखाने में चले बहुत ही अजीब जगह ही थी एक कमरे के बाहर लिखा था ग़दर एक हैवानियत की कथा
दुसरे कमरे बाहर लिखा था कि दिल हमारा दर्द किसी और का , वहीं दो गंज ज़मीन के पास एक हसीना की बेइनतहा नवजात क्मसीन लाश थी वह कह रही थी ना मैं ओरत हुँ , जिसे तु अबला कह सके ना मैं मर्द हुँ , जिसे तु ना मर्द कह सके , मैं नरकिसतान की महारानी हुँ। पुलिस वाले यह सब देख कर बेहोश हो गये , थानेदार के खुन का पानी हो रहा है।
महारानी दहाड़ उठी देवदास तु पकड़ा गया आ देखु कितना बड़ा शराबी है , आ तुने मेरा दिल तोड़ा है अब इस अंधेरी
रात में कितना मर्ज़ी बिन्द्रा की तरह हँसता रह और इस तरह तु हँसते हुये अपने पापों को याद कर कि एेसी मोत कफ़न
फाड़ कर मेरी अर्थी पर तु लेटेगा वरना तेरी रुह को एेसी तड़पती मोत का रास्ता दिखा दूँगी कि कभी ना कह सकेगा कि
मुझे कुछ कहना है, क्योंकि मैं तेरी बीबी ऩ १ हुँ तुझे उस जन्नत की सैर कराउगीं कि तेरे अलवा तेरे से कोइ ना डर सकेगा ।
आ मेरे पास आ पहले इस खुनी हवा महल की परिक्रमा कमा तुझे सातसो जन्मों का वास्ता सात हज़ार जन्मों तक
यहीं लटका रहेगा खुनी परिंदे तेरे करेगें प्यार बोल क्या चाहता है अगर तु मेरा हमदम मेरा दोस्त बन कर मेरे तलबें
चाटेगा तो लोग क्या समझेगें तु क्या चीज़ है औरतुझे इस महल के दरवाज़े का सरंक्षक बना दुगाी ओर बाहर इस के जो
सड़क पर गंदा पानी है शराब समझ कर पीना है जब तुझे एक दिन बिचछु काटेगा वह तो बेमोत मारा जायेगा तेरी शराब का
नशा उतरेगा पर जब तु होश में आयेगा तब तुझे एहसास की तु कभी किसी की दिल ना तोड़ेगा पर क्या करुं तेरी क़िस्मत
में सुख नहीं , लोग तुझे फ़रार मुजरिम समझ,कर समुनदऱ के अन्दर फैंक देगें पर मछलियों को भी तेरे से़ डर लगेगा ,तेरी मोत जब होगी तब शैतान नगरी के लोग़ गाना गायेगें ,हसीनाओ़ जुते मारो एक़ कमीना और आगया गाती तुझे ले,जायेंगीं !
तभी आसमान से गरजना उठेगी मौसम साफ़ हो जायेगा ,थानेदार को होश भी आ जायेगी